कोरोना महामारी के दौरान कुछ प्राइवेट चिकित्सालय द्वारा कोरोना मरीजों से लाखों रुपए अस्पताल में भर्ती करने एवं इलाज तथा इंजेक्शन के नाम पर वसूली जाने की शिकायत पर कल मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायत मिलने पर मुकदमा कायम करके जांच करने एवं दोषियों को दंडित करने अथवा चिकित्सालय से पैसा वापस दिलाने के आदेश पर विधायक राजेश शुक्ला ने हर्ष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का आभार जताया।
विधायक राजेश शुक्ला ने कल समीक्षा बैठक में कई मुद्दों के साथ इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था, जिसे गंभीरता से लेकर मुख्यमंत्री जी ने जांच के आदेश दिए।
विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि उनके द्वारा ऑफलाइन राशन कार्ड धारक जिनके कार्ड ऑनलाइन नहीं हो पाए हैं उन्हें राशन न मिलने का मुद्दा उठाने पर मुख्यमंत्री जी ने जिलाधिकारी व जिला पूर्ति अधिकारी को मौके पर ही सभी को राशन देने के निर्देश दिए। विधायक राजेश शुक्ला ने बैठक में यह भी मुद्दा उठाया कि कोविड से जिनके माता-पिता की मृत्यु हुई है उन्हें अनाथ मानकर सरकार ने उनका जिम्मा उठाया है वह सराहनीय पहल है परंतु कुछ बच्चों के सिर्फ पिता की मृत्यु हुई परंतु उनकी मां धन अर्जन करने वाली नहीं है तथा सामान्य ग्रहणी हैं उनके सम्मुख भी संकट खड़ा हो गया है इस पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार उन बच्चों को भी इसमें शामिल करेगी जिनके माता या पिता की मृत्यु के पश्चात दूसरा अभिभावक यदि वर्किंग नहीं है तो उसे भी यह सुविधा दी जाएगी।
विधायक राजेश शुक्ला ने इन सभी निर्णयों के लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का आभार जताया तथा क्षेत्र की जनता से अपील की है कि जिन लोगों ने कोरोना इलाज के दौरान प्राइवेट चिकित्सालयों को भारी फीस दी है वह अपना बिल व आयुष्मान कार्ड आदि लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के समक्ष अपना प्रार्थना पत्र दे तथा इसकी एक प्रति मुझे भी दे सकते हैं, जिन लोगों से I.C.M.R. की गाइडलाइन से अधिक धन लिया गया होगा उनका पैसा वापस कराया जाएगा तथा जो अस्पताल ऐसा नहीं करेंगे उनके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई कराई जाएगी।