उत्तर प्रदेश के चुनावों के लिए भाजपा ने आज अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में काफी नए नाम है तथा कुछ पुराने नाम भी है जो पिछली बार से चुनाव जीतते आ रहे हैं लेकिन उत्तराखंड की राजनीति कुछ अलग ही दिशा में जाती हुई नजर आ रही है।
यहाँ पर दोनों ही बड़ी पार्टी भाजपा तथा कांग्रेस ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। हालांकि प्रदेश में पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी ने अपनी तीनों लिस्ट जारी कर दी है और इंतजार किया जा रहा है कि कुछ ही दिनों में भाजपा तथा कांग्रेस अपनी अपनी प्रत्याशियों की लिस्ट भी जारी कर देंगे। वही भाजपा कार्यालय में आज इसी बात पर मंथन हुआ।
सूत्रों के अनुसार पार्टी के प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, मुख्यमंत्री धामी व प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में चुनाव क्षेत्रों से लाए गए नामों की पेटी खोली गई। वरीष्ठ नेताओं के बीच इस पर काफी चर्चाएं हुई। वहीं इन सब में सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात जो सामने आईं वो यह है कि भाजपा की इस कोर ग्रुप की बैठक से हरक सिंह रावत गायब थे। जिसके बाद उन्हें फिर से नाराज होने की चर्चाएं राजनीतिक गलियारों में फैलने लगी।
वही हरक सिंह रावत का कहना है कि उन्हें इस कोर मीटिंग की जानकारी नहीं मिली थी। वह देहरादून में ही है। आपको बताते चलें कि हरक सिंह रावत को लेकर पिछले दिनों। यह चर्चाएं काफी आम हुई थी के हरक सिंह रावत के पार्टी में बने रहने की स्थिती असमंजस में हैं। मीटिंग में न पहुंचना लिस्ट की चर्चाओं से बाहर रहना इसके काफी अलग अलग मतलब निकाले जा सकते हैं। इसी सप्ताह काफी कुछ बातें साफ़ हो सकती है।