किच्छा। एम्स ऋषिकेश के निदेशक के नेतृत्व में गठित टीम ने आज प्राग फार्म की प्रस्तावित १०० एकड़ भूमि का निरीक्षण कर लिया है। साथ ही विकल्प के तौर पर खुरपिया फार्म की जमीन को भी देखा है। टीम सर्वे की रिपोर्ट तैयार कर हाईकमान को भेजेगी। जमीन के टीम की कसौटी पर खरा पाए जाने के बाद एम्स ऋषिकेश के सेटेलाइट केन्द्र के निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा।
शुक्रवार को एम्स ऋषिकेश के निदेशक के नेतृत्व में गठित टीम के सदस्य एम.के. सिन्हा (उपसचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार), राजीव कनौजिया (वरिष्ठ वास्तुकार), डॉ. मनोज गुप्ता (डीन, एम्स एकेडमी), हरीश थपरियाल (पीआरओ, एम्स), अजय कुमार (एजुकेटिव इंजीनियर, एम्स ऋषिकेश) व डी.एस रावत (सीनियर एजुकेटिव, एम्स ऋषिकेश) स्थानीय विधायक राजेश शुक्ला व एसडीएम कौस्तुभ मिश्रा के साथ एम्स ऋषिकेश के सेटेलाइट केन्द्र के निर्माण हेतु प्रस्तावित प्राग फार्म की १०० एकड़ भूमि का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। इस दौरान टीम ने प्राग फार्म की जमीन का जायजा लिया।
टीम ने देखा कि अगर उक्त भूमि पर एम्स के सेटेलाइट केन्द्र को खोला जाता है तो क्या जमीन उसके मुताबिक है साथ ही उक्त स्थान मरीजों के लिए यह सुविधाजनक रहेगा। टीम ने वास्तु स्थिति का भी जायजा लिया। इस दौरान टीम को विधायक शुक्ला द्वारा प्राग फार्म के अलावा खुरपिया फार्म में वैकल्पिक रूप से भी जमीन को दिखाया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के उपसचिव एम.के सिन्हा ने बताया कि राज्य सरकार व स्थानीय विधायक द्वारा एम्स ऋषिकेश के सेटेलाइट केन्द्र के लिए जिस भूमि का सुझाव दिया गया था। उसका सर्वे कर लिया गया है जल्द ही इसकी रिपोर्ट तैयार कर मंत्रालय को भेज दी जाएगी। टीम के सर्वे करने पर विधायक ने विरोधियों पर हमला करते हुए कहा कि विपक्ष लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
जबकि किच्छा में एम्स के निर्माण की दिशा में काम भी शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि वो काम करने पर विश्वास रखते हैं। उन्हें उम्मीद है जल्द ही टीम जमीन को फाइनल कर लेगी और इसके बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किच्छा में आकर इसका शिलान्यास करेंगे।