February 6, 2025

अमेरिकी चुनाव परिणाम 2024: कमला हैरिस या डोनाल्ड ट्रंप, कौन बनेगा अमेरिका का राष्ट्रपति?

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अमेरिका में 2024 का राष्ट्रपति चुनाव दुनिया भर के राजनीतिक विश्लेषकों और आम नागरिकों के लिए एक बड़ा सवाल बन चुका है। इस चुनावी महाकुंभ में कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला है, जो अमेरिकी राजनीति के दो बड़े और अहम चेहरे हैं। एक ओर जहां कमला हैरिस, जो वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन की उपराष्ट्रपति हैं, डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से चुनावी मैदान में हैं, वहीं दूसरी ओर डोनाल्ड ट्रंप, जो अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति रह चुके हैं, एक बार फिर से रिपब्लिकन पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं।

चुनावों के परिणाम को लेकर न केवल अमेरिका में, बल्कि दुनिया भर में उत्सुकता है। इस लेख में हम 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के संभावित परिणामों, दोनों उम्मीदवारों की स्थिति, चुनावी प्रणाली, और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे।

1. अमेरिकी चुनाव 2024 की प्राथमिक बातें

अमेरिका का चुनावी तंत्र एक जटिल और सख्त प्रणाली पर आधारित है, जिसे इलेक्टोरल कॉलेज कहा जाता है। अमेरिकी राष्ट्रपति का चयन जनता द्वारा सीधे नहीं होता, बल्कि प्रत्येक राज्य के प्रतिनिधि (electors) के माध्यम से किया जाता है। अमेरिका में कुल 538 इलेक्टोरल वोट होते हैं, और राष्ट्रपति बनने के लिए किसी भी उम्मीदवार को कम से कम 270 वोट प्राप्त करने होते हैं।

अमेरिकी चुनावों में अक्सर दो प्रमुख पार्टियां, डेमोक्रेटिक पार्टी और रिपब्लिकन पार्टी, सत्ता के लिए मुकाबला करती हैं। इस बार के चुनाव में कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी पर हैं, जबकि डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी की ओर से फिर से चुनावी मैदान में हैं। यह चुनावी मुकाबला न केवल अमेरिकी नागरिकों के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि चुनावों का परिणाम वैश्विक राजनीति, व्यापार, और सुरक्षा पर भी गहरा प्रभाव डाल सकता है।

2. कमला हैरिस का राजनीतिक करियर और उम्मीदवारी

कमला हैरिस का नाम अमेरिकी राजनीति में एक महत्वपूर्ण नाम है। वे जो बाइडन के अधीन उपराष्ट्रपति रही हैं और अमेरिका की पहली महिला, अफ्रीकी-अमेरिकी, और एशियाई-अमेरिकी उपराष्ट्रपति के रूप में इतिहास रच चुकी हैं। इस बार उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की है। उनका अभियान स्वास्थ्य देखभाल, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सुधार, और समाजिक समानता जैसे मुद्दों पर केंद्रित है।

कमला हैरिस का राजनीतिक दृष्टिकोण समाज के हर वर्ग की बेहतरी के लिए काम करने का है। उन्होंने महिलाओं, अल्पसंख्यकों, और गरीबों के लिए कई योजनाओं का प्रस्ताव दिया है। हैरिस का अभियान खास तौर पर प्रसिद्ध स्वास्थ्य योजनाओं, समान वेतन और नागरिक अधिकारों के मुद्दों पर आधारित है। उनके समर्थक उन्हें एक प्रगतिशील और परिवर्तनकामी नेता मानते हैं, जो अमेरिकी समाज में गहरे असमानताओं को खत्म करने के लिए काम करती हैं।

3. डोनाल्ड ट्रंप का राजनीतिक प्रभाव और अभियान

डोनाल्ड ट्रंप 2017 से 2021 तक अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति रहे हैं, और अब वे अपनी रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। ट्रंप का राजनीतिक करियर विवादों और विवादास्पद निर्णयों से भरा रहा है, लेकिन उनके समर्थक उन्हें एक मजबूत और देशभक्त नेता के रूप में देखते हैं, जिन्होंने अर्थव्यवस्था, राष्ट्रीय सुरक्षा और अमेरिकी गौरव को प्राथमिकता दी।

ट्रंप का चुनावी अभियान अर्थव्यवस्था, रोजगार, और सीमा सुरक्षा जैसे पारंपरिक रिपब्लिकन मुद्दों पर केंद्रित है। उन्होंने अमेरिकी व्यापारियों के लिए टैक्स में कटौती, चीन के साथ व्यापारिक युद्ध, और संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्थाओं से अमेरिका के बाहर होने जैसी नीतियों का पालन किया। ट्रंप का अभियान इस बार भी अमेरिकी पहचान और सुरक्षा के मसले को प्राथमिकता दे रहा है।

4. चुनावी आंकड़े और राज्यों की स्थिति

चुनाव के दौरान यह देखना बहुत अहम होगा कि कौन से राज्य किस पार्टी को समर्थन दे रहे हैं। कुछ राज्य अमेरिकी चुनावों में विशेष महत्व रखते हैं, क्योंकि इन राज्यों के इलेक्टोरल वोट संख्या अधिक होती है और इनकी राजनीति अक्सर बदलती रहती है।

फ्लोरिडा, टेक्सास, पेंसिल्वेनिया, मिशिगन और विस्कॉन्सिन जैसे प्रमुख स्विंग स्टेट्स चुनावी परिणामों को निर्णायक बना सकते हैं। इन राज्यों में दोनों पार्टियों के बीच मुकाबला बहुत कड़ा है। ट्रंप को यहां एक मजबूत समर्थन मिला है, खासकर उन राज्यों में जहां रिपब्लिकन पार्टी का प्रभाव अधिक है, जैसे फ्लोरिडा और टेक्सास। वहीं, हैरिस को कुछ राज्यों जैसे कैलिफोर्निया, न्यूयॉर्क और वाशिंगटन में समर्थन मिल रहा है, जो डेमोक्रेटिक पार्टी के पारंपरिक गढ़ माने जाते हैं।

5. चुनावी प्रक्रिया: इलेक्टोरल कॉलेज की भूमिका

अमेरिका में चुनावी प्रक्रिया इलेक्टोरल कॉलेज पर आधारित होती है, जिसमें हर राज्य को उसकी जनसंख्या के आधार पर इलेक्टोरल वोट मिलते हैं। इन इलेक्टोरल वोटों की गिनती से यह तय होता है कि कौन राष्ट्रपति बनेगा। हालांकि, लोकप्रिय वोट भी महत्वपूर्ण है, लेकिन इलेक्टोरल वोट ही चुनाव का असल निर्धारण करते हैं।

इस बार भी वही प्रणाली लागू होगी, जिसमें प्रत्येक राज्य में वोटों की गिनती होगी, और जिन उम्मीदवारों को सबसे अधिक इलेक्टोरल वोट मिलेंगे, वे राष्ट्रपति पद के लिए चुने जाएंगे।

6. कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर

इस बार का चुनाव कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक कांटे की टक्कर बन चुका है। डेमोक्रेटिक पार्टी और रिपब्लिकन पार्टी दोनों अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में हर मुमकिन प्रयास कर रही हैं। जहां ट्रंप के समर्थक उन्हें अमेरिकी गौरव और शक्ति की ओर वापस लाने की बात कर रहे हैं, वहीं हैरिस के समर्थक उन्हें समाजिक न्याय, समानता और पर्यावरण सुरक्षा जैसे मुद्दों पर अधिक ध्यान देने वाला नेता मानते हैं।

जनमत सर्वेक्षणों (Polls) के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच का अंतर धीरे-धीरे घट रहा है, और दोनों पार्टी के उम्मीदवारों को समान समर्थन मिल रहा है। हालांकि, चुनावी रूझानों में कोई भी अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी, क्योंकि कई राज्यों में मतदान की प्रक्रिया अभी जारी है।

7. मतदाता फैसले पर असर डालने वाले प्रमुख मुद्दे

अमेरिकी चुनावों में मतदाता अपने निर्णय को प्रभावित करने के लिए कई मुद्दों पर विचार करते हैं। इस बार के चुनाव में कुछ प्रमुख मुद्दे जिनपर दोनों उम्मीदवारों ने अपनी रणनीतियाँ बनाई हैं, वे हैं:

  • अर्थव्यवस्था: महामारी के बाद की आर्थिक स्थिति, बेरोजगारी और महंगाई।
  • स्वास्थ्य देखभाल: कोरोना वायरस से रिकवरी, स्वास्थ्य बीमा योजनाएँ।
  • जलवायु परिवर्तन: पर्यावरण नीति और वैश्विक जलवायु परिवर्तन पर अमेरिकी नेतृत्व।
  • सामाजिक न्याय: नस्लवाद, महिलाओं के अधिकार, LGBTQ अधिकार।
  • राष्ट्रीय सुरक्षा: सीमा सुरक्षा, आतंकवाद, और विदेश नीति।

ट्रंप जहां अर्थव्यवस्था के सुधार और सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर जोर दे रहे हैं, वहीं हैरिस स्वास्थ्य देखभाल और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं।