उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा (वीपीडीओ) की भर्ती को लेकर हुए पेपर लीक मामले में लगातार आए दिन एक से एक खुलासे हो रहे है। पहले पेपर लीक मामले में पता चला की आउटसोर्स कंपनी का कर्मचारी इसमें शामिल है। मगर जैसे-जैसे मामले में जाँच होती रही वैसे-वैसे कड़ी में सुराग जुड़ते गए। अब हाल ही में इसको लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल अब बात पुलिस तक पहुंच गई। यानि एसटीएफ से मिले इनपुट पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के गनर से पूछताछ शुरू कर दी गई है। फ़िलहाल वरिष्ठ अफसर अभी इस मामले में कुछ भी बताने से बच रहे हैं।
आपको बता दे की फ़िलहाल के लिए माना जा रहा कि एसटीएफ सामने से शनिवार को इसका खुलासा कर सकती है। इधर, एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि भर्ती घपले में कई लोगों से लगातार पूछताछ की जा रही है। जिस भी व्यक्ति का नाम सामने आ रहा है, उससे हम पूछताछ कर रहे हैं। इसी के चलते एसटीएफ कि टीम सितारगंज में मनोज के घर भी पहुंची। एसटीएफ की एक टीम गुरुवार देर रात यहां पहुंची। जिसके बाद आरोपी मनोज जोशी के घर पर जांच की। मनोज से जुड़ी कुछ जगहों से भी सीसीटीवी फुटेज लिए गए हैं। बताया जा रहा है कि क्षेत्र से छह अभ्यर्थी जांच टीम के शक के दायरे में हैं।
स्नातक स्तरीय भर्ती में पेपर लीक के खुलासे के बाद एसटीएफ लगातार जांच कर रही है। इसी के चलते एसटीएफ ने पांच दिन पहले ही पेपर लीक करने वाले गिरोह के छह सदस्यों को पकड़ा था। इनमें दो आरोपी मनोज जोशी और गौरव नेगी यूएसनगर के हैं। जिस पुलिसकर्मी से पूछताछ हुई, वह गनर है और उसकी पत्नी का भी वीपीडीओ पद पर चयन हुआ है। लगातार इस मामले में ऐसे बड़े खुलासों से समाज में लोगों का प्रशाशन से विश्वास उठ रहा है। साथ ही पुलिस का इस मामले से जुड़ना अपने आप में काफी चिंता का विषय है।