
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि अमेरिका और भारत एक अहम व्यापार समझौते के बेहद करीब हैं। सोमवार रात व्हाइट हाउस में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बातचीत के दौरान ट्रंप ने यह जानकारी दी। इसी के साथ उन्होंने 14 देशों पर नए टैरिफ लगाने का ऐलान भी किया, जो 1 अगस्त से लागू होंगे।
“जो समझौता नहीं करेगा, उसे टैरिफ देना होगा” — ट्रंप
ट्रंप ने साफ कहा कि अमेरिका अब व्यापार में कोई ढील नहीं देगा। जो देश अमेरिका के साथ निष्पक्ष व्यापार नहीं करेंगे, उन्हें भारी टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा,
“हमने ब्रिटेन और चीन के साथ समझौते कर लिए हैं, बाकी देशों को लेटर भेजा जा रहा है।”
1 अगस्त से लागू होंगे नए टैरिफ
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर 14 देशों के नाम और उनके खिलाफ लगाए गए टैरिफ की जानकारी साझा की। इन देशों पर 25% से 40% तक के टैरिफ लगाए जाएंगे। टैरिफ सूची इस प्रकार है:
-
36%: थाईलैंड, कंबोडिया
-
35%: बांग्लादेश, सर्बिया
-
40%: म्यांमार, लाओस
-
32%: इंडोनेशिया
-
30%: दक्षिण अफ्रीका, बोस्निया
-
25%: जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, कजाकिस्तान
ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर ये देश अमेरिकी वस्तुओं पर अपने टैक्स बढ़ाएंगे, तो अमेरिका भी अपने टैरिफ और बढ़ा देगा। हालांकि, अगर ये देश अपनी व्यापार नीतियों में बदलाव करते हैं, तो टैरिफ घटाए जा सकते हैं।
टैरिफ डेडलाइन बढ़ी, देशों को बातचीत का मौका
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने बताया कि ट्रंप ने टैरिफ लागू करने की तारीख 9 जुलाई से बढ़ाकर अब 1 अगस्त कर दी है। इससे देशों को अमेरिका के साथ बातचीत कर समझौता करने का और मौका मिलेगा। इससे पहले अप्रैल में टैरिफ की घोषणा के बाद अमेरिकी बाजारों में गिरावट देखी गई थी।
भारत के साथ समझौते की उम्मीद से बढ़ा भरोसा
ट्रंप ने भारत को लेकर सकारात्मक संकेत दिए और कहा,
“हम भारत के साथ एक बड़े व्यापार समझौते के बेहद करीब हैं।”
हालांकि उन्होंने इस समझौते की विस्तृत जानकारी नहीं दी। यह खबर भारत के लिए राहत भरी है क्योंकि इससे टैरिफ की मार से बचते हुए द्विपक्षीय व्यापार को मजबूती मिल सकती है।
वैश्विक बाजारों में हलचल
ट्रंप की टैरिफ नीति से वैश्विक व्यापार में हड़कंप मच गया है। कई देश अमेरिका से बातचीत कर रहे हैं ताकि टैरिफ से बचा जा सके। आने वाले दिनों में यह स्पष्ट होगा कि भारत और अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौता कितना प्रभावशाली साबित होता है।