
अयोध्या पहुंचे अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने केंद्र सरकार के ऑपरेशन सिंदूर पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस अभियान के नाम पर देश की जनता को खासतौर पर बहनों को सिर्फ सपना दिखाया गया, लेकिन नतीजा शून्य रहा।
मौर्य ने कहा, “जब प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की, तो लगा कि अब आतंकियों का अंत होगा। हमें लगा देर से ही सही, लेकिन सरकार ने सख्त कदम उठाया है। लेकिन 24 घंटे के भीतर सबकुछ ठंडा पड़ गया। न कोई आतंकी मारा गया, न कोई ठोस कार्रवाई हुई। ऐसा क्यों हुआ?”
उन्होंने आरोप लगाया कि इस अभियान के नाम पर सिर्फ भावनाओं से खेला गया। “बहनों के सम्मान की बात कर के उनके साथ छल किया गया। ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर बड़ी-बड़ी बातें की गईं, लेकिन हकीकत में कुछ नहीं हुआ। यह सिर्फ एक दिखावटी स्टंट था, जिसमें न आतंकियों का खात्मा हुआ, न ही पाकिस्तान को कोई सबक सिखाया गया।”
सरकार ने जनता की आंखों में धूल झोंकी – मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सरकार को घेरते हुए कहा, “भाजपा सरकार ने जनता की आंखों में धूल झोंकी है। यही इनकी असली चाल, चरित्र और चेहरा है। अब हम इस चेहरे को जनता के सामने बेनकाब करेंगे। अगर इनकी सीटें 400 के पार जातीं, तो ये संविधान ही बदल डालते।”
वन नेशन-वन इलेक्शन नहीं, पहले हो वन नेशन-वन एजुकेशन
प्रधानमंत्री मोदी के ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ के नारे पर भी मौर्य ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “अगर एक देश, एक चुनाव की बात हो रही है, तो उससे पहले एक देश, एक शिक्षा होनी चाहिए। गरीब और अमीर, गांव और शहर – सभी के बच्चों को समान शिक्षा मिले, यही असली समानता होगी।”
मौर्य ने अंत में कहा कि अयोध्यावासियों और देश की जनता ने समझदारी दिखाई और भाजपा को 400 के पार जाने से रोका। यही लोकतंत्र की जीत है और देश को बचाने का रास्ता भी।