देहरादून – दुकाने खुलने की परमिशन मिलने के बाद भी व्यापारियों की नाराज़गी दूर नहीं हो रही है. प्रदेश के व्यापारी वर्ग कोरोनाकाल में हुए नुक्सान के कारण खासे नाराज़ दिखाई दे रहें हैं जिसे लेकर कही अर्धंनग्न होकर तो कहीं थाली पीटकर अपना विरोध जता रहे हैं. वही देवभूमि व्यापार मंडल की वर्चुअल बैठक में भी यह नाराज़गी साफ़ तौर पर दिखाई दी.
व्यापारियों ने कोविड कर्फ्यू की अवधि की बैंक लोन की किस्तों का ब्याज, पानी-बिजली बिल, भवन कर व नगर निगम की दुकानों का किराया माफ करने की मांग उठाई है। साथ ही कहा कि व्यापारियों को आर्थिक पैकेज भी दिया जाए।
देवभूमि व्यापार मंडल की वर्चुअल बैठक बुधवार को हुई। इसमें प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत सिंह चड्ढा ने कहा कि डेढ़ माह तक व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद होने से छोटे एवं मध्यम व्यापारी आर्थिक संकट में हैं। दो दिन दुकानें खुलने के बाद भी ग्राहक बाजार से गायब हैं, जिस कारण व्यापारियों को भविष्य में आर्थिक तंगी से गुजरने की चिंता सता रही है। महानगर अध्यक्ष गोविंद बगडवाल व महामंत्री राजीव जायसवाल ने कहा कि सरकार को आर्थिक संकट झेल रहे व्यापारियों को राहत प्रदान करनी चाहिए। बैठक में मौजूद व्यापारी प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि आर्थिक पैकेज देने, तमाम तरह के बिल माफ करने, भवन कर, नगर निगम की दुकानों के किराए माफ करने की दिशा में सरकार को आवश्यक कदम उठाना चाहिए। बैठक में देवभूमि व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष दलजीत सिंह दल्ली, युवा प्रदेश अध्यक्ष मुकेश धींगरा, पंकज कपूर, परविंदर प्रिंस, हरीश मठपाल, जसविंदर भसीन, पंकज गुप्ता, मनीष वर्मा, राजेंद्र बमेठा, अनवरुल्लाह सिद्दीकी, मोहम्मद आरिफ, जगमीत मीति, महेश आहूजा, मोईन बाबा, बसंतदीप सेठी, अनुज देओल, संजय जैन, प्रेम मदान, युवा जिला अध्यक्ष रविन्द्र बाली, युवा नगर अध्यक्ष पवन बिष्ट, महामंत्री विनोद कांडपाल, काठगोदाम व्यापार मंडल अध्यक्ष महेश मिश्रा आदि शामिल रहे।