
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दूसरे दिन गांधीनगर पहुंचे, जहां उन्होंने रोड शो के बाद एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने शुरुआत में कहा कि पिछले दो दिनों में वडोदरा, दाहोद, भुज, अहमदाबाद और अब गांधीनगर में जो जनसैलाब देखा, वह देशभक्ति की एक अद्भुत तस्वीर थी। “केसरिया रंग की लहरें, तिरंगा झंडा और मातृभूमि के लिए अपार प्रेम… यह दृश्य अविस्मरणीय है,” उन्होंने कहा।
आतंकवाद पर दो टूक: “अब कांटा निकालना ही होगा”
अपने भाषण में पीएम मोदी ने आतंकवाद और पाकिस्तान को लेकर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा, “अगर शरीर में कांटा चुभ जाए तो चैन नहीं आता, चाहे शरीर कितना भी स्वस्थ क्यों न हो। अब हमने ठान लिया है कि आतंकवाद के इस कांटे को निकालकर ही रहेंगे।”
उन्होंने पाकिस्तान पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि 6 मई के बाद मारे गए आतंकियों को पाकिस्तानी सेना ने सलामी दी और ताबूतों पर झंडे लपेटे, जो यह साबित करता है कि यह सिर्फ छद्म युद्ध नहीं, बल्कि एक संगठित युद्ध है।
“कश्मीर की गलती आज भी भारी पड़ रही है”
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगर 1947 में सरदार पटेल की बात मानी जाती और पीओके पर सख्त कार्रवाई होती, तो आज देश को आतंकवाद की आग में नहीं झुलसना पड़ता। उन्होंने कहा, “जब देश का बंटवारा हुआ, उसी रात कश्मीर पर पहला आतंकी हमला हुआ था। मां भारती के उस हिस्से को मुजाहिद्दीन के नाम पर हड़पा गया। काश उस वक्त जवाब दिया गया होता।”
सिंधु जल संधि का ज़िक्र: “60 साल तक देश को रोका गया”
पीएम मोदी ने 1960 की सिंधु जल संधि को लेकर पूर्व सरकारों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “इस समझौते के तहत जम्मू-कश्मीर की नदियों पर बने बांधों की सफाई नहीं करने दी गई। नतीजा ये हुआ कि 100% क्षमता वाले बांध अब 2% से 3% क्षमता पर सिमट गए।” उन्होंने कहा कि जैसे ही सरकार ने बांधों की सफाई शुरू की, पाकिस्तान में बाढ़ जैसे हालात बन गए।
गुजरात की सफलता: “जहां कभी सिर्फ नमक था, आज हीरे चमकते हैं”
पीएम मोदी ने गुजरात की विकास यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि कभी यह राज्य सिर्फ नमक के लिए जाना जाता था, लेकिन आज दुनिया में हीरों के लिए पहचान बना चुका है। उन्होंने कहा कि यह बदलाव योजनाबद्ध तरीके से हुए विकास का नतीजा है।
भारत की अर्थव्यवस्था पर बोले पीएम: “अब इंतजार नहीं करेगा देश”
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब उन्होंने 2014 में पदभार संभाला, तब भारत 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। “आज हम दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। जिस देश ने हम पर 250 साल राज किया, उसे भी पीछे छोड़ दिया। अब हमारा लक्ष्य है कि भारत को जल्द तीसरे नंबर पर लाया जाए और 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाया जाए,” उन्होंने कहा।
‘ऑपरेशन सिंदूर’: सेना से जन-बल तक का अभियान
पीएम मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए इसे हर नागरिक की जिम्मेदारी बताया। उन्होंने कहा, “देश को अगर बनाना और बचाना है तो ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ सैन्य अभियान नहीं, 140 करोड़ लोगों की सामूहिक जिम्मेदारी है।”