
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्राजील यात्रा भारत के लिए एक ऐतिहासिक कूटनीतिक क्षण बन गई। ब्राजील ने उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस’ से नवाज़ा। यह सम्मान ब्रासीलिया में आयोजित एक विशेष समारोह के दौरान ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा ने खुद पीएम मोदी को प्रदान किया।
भारत-ब्राजील संबंधों को मिला नई ऊंचाई पर सम्मान
यह सम्मान भारत और ब्राजील के बीच बढ़ती रणनीतिक साझेदारी और द्विपक्षीय सहयोग का प्रतीक है। जलवायु परिवर्तन, व्यापार, प्रौद्योगिकी और वैश्विक मंचों पर सहयोग जैसे मुद्दों पर दोनों देशों की नजदीकियां इस सम्मान से और मजबूत हुई हैं।
सम्मान ग्रहण करते हुए पीएम मोदी ने कहा:
“यह केवल मेरे लिए नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है। मैं ब्राजील के राष्ट्रपति, सरकार और जनता का आभार व्यक्त करता हूं।”
ब्रासीलिया में पीएम मोदी का राजकीय स्वागत
8 जुलाई 2025, ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया के अल्वोराडा पैलेस में प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत हुआ। राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने स्वागत द्वार पर स्वयं पीएम मोदी का गर्मजोशी से अभिनंदन किया। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और दोनों देशों के राष्ट्रगान भी बजाए गए। यह दृश्य भारत-ब्राजील की दोस्ती को और भी मजबूत करता है।
ब्रिक्स मंच से मोदी का जलवायु पर संदेश
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन और वैश्विक स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर भारत की प्रतिबद्धता को सामने रखा। उन्होंने कहा:
“क्लाइमेट चेंज सिर्फ ऊर्जा का नहीं, बल्कि जीवन और प्रकृति के संतुलन का विषय है।
भारत इसे आंकड़ों में नहीं, संस्कारों में जीता है। हमारी संस्कृति में पृथ्वी को मां का दर्जा प्राप्त है। जब मां पुकारती है, तो हम चुप नहीं रहते – हम अपनी सोच और जीवनशैली में बदलाव लाते हैं।”