हाल ही में बेहद ही चौकाने वाली खबर सामने आई है. दरअसल मामला रुद्रप्रयाग का है जहाँ मृत शिक्षक का तबादला करने के मामले में उपशिक्षा अधिकारी और संबंधित पटल सहायक को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्णय लिया गया है। जांच रिपोर्ट में उप शिक्षा अधिकारी कार्यालय की लापरवाही सामने आने पर कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही विभागीय बैठकों को गंभीरता से न लेने पर यूएसनगर के डीईओ-बेसिक एके सिंह को प्रतिकूल प्रविष्टी दे दी गई।
आपको बता दे की मृत शिक्षक के तबादले का मामला पिछले कई दिनों से चर्चा में है। दरअसल मामला कुछ ऐसा है कि अगस्त्यमुनि के खमोली के प्राथमिक स्कूल में कार्यरत बीपीएस कुंवर अपनी बीमारी के आधार पर लंबे समय से तबादले के लिए आवेदन कर रहे थे। कई वर्ष बीतने पर भी उन्हें तबादले के चलते कोई खबर नहीं मिली। जिसके बाद वर्ष 2018 में उनका निधन हो गया। लेकिन उनका नाम इस साल की तबादला लिस्ट में आने से शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े हो रहे है जिसके चलते शिक्षा विभाग की लापरवाही को लेकर भी चर्चा हुई। साथ ही मीडिया में इस मामले का खुलासा होने के बाद शिक्षा विभाग की काफी किरकिरी हो रही थी।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने महानिदेशक बंशीधर तिवारी को मामले में जांच के आदेश दिए थे। सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है की, जांच में अफसरों की लापरवाही सामने आई है। उप शिक्षा अधिकारी कार्यालय से शिक्षकों का सही ब्योरा न मिलने की वजह से विभागीय पोर्टल पर सही जानकारी दर्ज नहीं हो पाई। जिस कारण इस वर्ष के तबादला लिस्ट में मृत शिक्षक का नाम भी आ गया। शिक्षा विभाग की इस लापरवाही पर सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए गए है।