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स्टाफ नर्स की 28 मई को होने वाली परीक्षा रद्द, सीएम को ज्ञापन मिलने के मात्र तीन घंटों में जारी हो गया आदेश

देहरादून– मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कोविड की स्थिति व कर्फ्यू को देखते हुए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के अन्तर्गत 28 मई को होने जा रही स्टाफ नर्स की सीधी भर्ती परीक्षा को स्थगित कर मध्य जून तक आयोजित करने के निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इसके साथ ही अभ्यर्थियो की सुरक्षा व सुविधा हेतु उक्त परीक्षा प्रदेश के दो जनपदों की बजाय सभी जनपदों में आयोजित करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि वर्तमान कोविड-19 संक्रमण के अत्यधिक गति को देखते हुए अभ्यर्थियों की सुरक्षा के लिए उक्त परीक्षा, मघ्य जून मेंआयोजित की जाए। साथ ही अभ्यर्थियो को आने जाने में असुविधा न हो, आवास की परेशानी ना हो और एक साथ अधिक भीङ न हो, इसलिए यह परीक्षा सभी जनपदों में करायी जाए , साथ ही यह भी निर्देश दीये की सभी जनपदों में परीक्षा को ले कर तैयारी शीघ्र पूरी कर ली जायें।

आखिर क्यों रद्द हुई परीक्षा ?

आपको बताते चले की 28 मई को होने वाली नर्स स्टाफ की परीक्षा को लेकर भाजुमो प्रदेश अध्यक्ष कुंदन लटवाल को काफी दिनों शिकायतें मिल रही थी जिसमे अभ्यर्थियों ने कोरोना को ध्यान में रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष से इस परीक्षा को रद्द करवाने की मांग की थी. जिसे लेकर प्रदेश अध्यक्ष कुंदन लटवाल ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को एक ज्ञापन सौपा था. जिसमे युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए तथा कोरोना आपदा के कारण अभ्यर्थियों के सेण्टर ना पहुँचने की बातें कही गयी थी. ज्ञापन सौपे जाने के बाद मुख्यमंत्री ने इस परीक्षा को रद्द करने के निर्देश जारी कर दिय, जिसकी जानकारी भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष कुंदन लटवाल ने अपने फेसबुक पेज से पोस्ट प्रकाशित करके दी.

मुख्यमंत्री ने तुरंत लिया एक्शन

कुंदन लटवाल द्वारा ज्ञापन सौपें जाने के मात्र तीन घंटें के अन्दर मुख्यमंत्री ने इस परीक्षा को रद्द कर दिया. जिसे लेकर परीक्षार्थियों ने राहत की सांस ली. इस पूरे प्रकरण में सबसे गौर करने वाली बात यह है की स्वम् मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने तेज़ी दिखाते हुए परीक्षा को रद्द करने का आदेश जारी कर दिया. अब यह परीक्षा जून में आयोजित की जाएगी.

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