देश-विदेश के पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों के लिए राहत की खबर है। दुनिया की सबसे ऊंची सड़क मनाली-दारचा-सरचू (14500 फीट) लेह मार्ग पर सोमवार से वाहन दनादन दौड़ना शुरू हो जाएंगे। अब तक ऑड ईवन तारीख के फार्मूले के तहत दिन में एक तरफ से वाहनों की आवाजाही होती रही। अब सोमवार से मार्ग वाहनों की दोनों तरफ आवाजाही के लिए खुल जाएगा। मनाली की ओर से वाहनों को दारचा से सुबह 6:00 से 9:00 बजे और हिमाचल सीमा सरचू से 12:00 से 3:00 बजे के बीच छोड़ा जाएगा।
उस ओर अधिक बर्फ होने से एकदम वाहनों को छोड़ा जाना संभव भी नहीं था। 10 दिन पहले पहले उस ओर 76 लोगों को रेस्क्यू भी किया गया था। दो दिन पहले भी बर्फबारी के कारण सैकड़ों वाहन फंस गए थे और 250 लोगों को रेस्क्यू करना पड़ा। मार्ग में दोनों तरफ से वाहन दौड़ेंगे, लेकिन परिस्थितियां ठीक रहने तक समयसारिणी निर्धारित की गई है। प्रशासन पर्यटकों और उस ओर आवाजाही करने वाले लोगों की जान जोखिम में नहीं डालना चाहता, उस ओर थोड़ा मौसम खराब हो जाने पर बर्फबारी शुरू हो जाती है।
उपायुक्त राहुल कुमार ने कहा कि सोमवार को दारचा-सरचू-लेह मार्ग को पूरी तरह दोनों तरफ आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। बशर्ते, मौसम को भी ध्यान में रखा जाएगा। सूरजताल से भरतपुर के बीच पुलिस के जवान पेट्रोलिंग करते रहेंगे, जो वायरलेस के माध्यम से संपर्क करेंगे। अभी भी उस ओर फोर बाई फोर और फोर बाई टू चैन वाली गाड़ियों का अधिक प्रयोग करें तो ठीक रहेगा। सूरजताल और बारालाचा की तरफ ज्यादा समय न बिताएं। केलांग से सूरजताल का रास्ता टू वे के लिए उपयुक्त है लेकिन आगे कुछ हिस्सों में बर्फ की संकरे कटिंग को चौड़ा किया जा रहा है।