
चंडीगढ़, 1 जून 2025 – पंजाब के लुधियाना से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक की मौत एक सहायक उपनिरीक्षक (ASI) की रिवॉल्वर से चली गोली लगने के कारण हो गई। गोली लगने के बाद आरोपी एएसआई ने घबरा कर शव को नहर में फेंक दिया और मामले को दबाने की कोशिश की। अब पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
क्या हुआ था उस रात?
16 अप्रैल को लुधियाना के रहने वाले गुरजिंदर सिंह उर्फ गोरा, एएसआई अविंदरपाल सिंह उर्फ टेम और सुखविंदर सिंह उर्फ गगन एक साथ शराब पी रहे थे। इसी दौरान मस्ती-मजाक में एएसआई की रिवॉल्वर से अचानक गोली चल गई, जो सीधे गुरजिंदर को जा लगी। गोली लगते ही उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
शव को छिपाने की कोशिश
घटना से घबराकर एएसआई और उसके साथियों ने गुरजिंदर का शव कार में डाला और मोरिंडा की नहर में फेंक दिया। इसके बाद वे शांत बैठ गए, मानो कुछ हुआ ही नहीं हो।
मां की शिकायत ने खोला मामला
जब गुरजिंदर घर नहीं पहुंचा, तो उसकी मां ने पुलिस को बताया कि वह एएसआई और गगन के साथ गया था। इसके बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू की।
उधर, मोरिंडा पुलिस को एक अज्ञात शव मिला था, जिसका पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार भी कर दिया गया था। जब लुधियाना पुलिस ने शव की तस्वीरें दिखाईं, तब उसकी पहचान गुरजिंदर के रूप में हुई।
एएसआई ने कबूला गुनाह
एडीसीपी मनदीप सिंह ने बताया कि पुलिस ने जब एएसआई से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने कबूल कर लिया कि गोली उसी की रिवॉल्वर से चली थी और उन्होंने मिलकर शव को छिपाया।
सबूतों की जांच
जिस कार में शव को ले जाया गया था, उसकी फोरेंसिक जांच करवाई जा रही है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि यह हादसा था या साजिशन हत्या।
आरोपी सलाखों के पीछे
पुलिस ने एएसआई अविंदरपाल सिंह सहित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ हत्या, सबूत मिटाने और झूठी जानकारी देने के तहत केस दर्ज किया गया है।