आंध्र प्रदेश के एक 45 वर्षीय इंजीनियर को सऊदी अरब में सिर्फ इस वजह से जेल जाना पड़ गया क्योंकि उसने अपने घर के गेट पर स्वास्तिक का निशान बनाया हुआ था। दरअसल पड़ोसी ने उस निशान को हिटलर का नाजी निशान समझ लिया था, जिसके बाद उसने पुलिस में इसकी शिकायत कर दी और पुलिस ने भी भारतीय व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। अब समझाने के बाद पुलिस समझ गई है कि यह निशान स्वास्तिक है, नाजी निशान नहीं लेकिन शनिवार और रविवार को छुट्टी होने के चलते भारतीय इंजीनियर को बेवजह दो दिन जेल में बिताने होंगे।
आंध्र प्रदेश के गुंटूर के रहने वाले एक इंजीनियर बीते एक साल से भी ज्यादा समय से सऊदी अरब में रहकर नौकरी कर रहे हैं। करीब 15-20 दिन पहले ही इंजीनियर ने अपने परिवार को भी सऊदी अरब बुला लिया था। परिजनों ने अपनी धार्मिक मान्यता के चलते अपने फ्लैट के गेट पर स्वास्तिक का निशान बना दिया। जिसे उनके पड़ोसी एक स्थानीय अरब व्यक्ति ने हिटलर का नाजी निशान समझ लिया। इसके बाद स्थानीय व्यक्ति ने पुलिस को इसकी शिकायत की और कहा कि उसकी जान को खतरा है।
शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आंध्र के इंजीनियर को गिरफ्तार कर लिया। इंजीनियर ने काफी समझाने की कोशिश की कि यह नाजी निशान नहीं बल्कि हिंदू धर्म का पवित्र निशान है लेकिन पुलिस अधिकारी नहीं माने और केमिकल इंजीनियर भारतीय व्यक्ति को जेल में डाल दिया।
एनआरआई एक्टिविस्ट ने की मदद
एनआरआई एक्टिविस्ट मुजम्मिल शेख, भारतीय इंजीनियर की मदद के लिए आगे आए और उन्होंने अधिकारियों को समझाया तो आखिरकार पुलिस वाले मान गए। हालांकि शनिवार और रविवार को छुट्टी का दिन होने के चलते भारतीय इंजीनियर को बिना किसी अपराध के दो दिन जेल में बिताने होंगे।
मुजम्मिल शेख ने बताया कि संस्कृति की गलतफहमी के चलते यह घटना हुई। हमने अधिकारियों को बताया कि स्वास्तिक का निशान हिंदू धर्म में काफी पवित्र माना जाता है और सुख-समृद्धि के लिए इसे घरों के गेट पर बनाया जाता है। सऊदी अरब में भारतीय समुदाय के लिए काम करने वाले केरल के नैस शौकत अली ने भी भारतीय इंजीनियर की मदद की।
बता दें कि नाजी निशान काले रंग का होता है और उसके चारों तरफ एक सफेद घेरा होता है। साथी ही वह निशान 45 डिग्री के कोण पर थोड़ा झुका हुआ होता है। वहीं स्वास्तिक का निशान चौकोर होता है और वह किनारों पर थोड़ा सा सीधी तरफ मुड़ा होता है और एक गोलाकार आकृति बनाता है। हिंदू धर्म में सभी शुभ कामों में स्वास्तिक बनाया जाता है। वहीं नाजी निशान नफरत और नरसंहार का प्रतीक माना जाता है।