Headline
शबाना आजमी ने कंगना रनौत को थप्पड़ मारे जाने पर रिएक्शन दिया, कहा- “मैं इस मुद्दे पर…”
नशे में धुत रवीना टंडन पर बुजुर्ग महिला को पीटने का आरोप, वीडियो वायरल
अरविंद केजरीवाल ने किया तिहाड़ जेल में सरेंडर, समर्थकों के लिए भेजा संदेश ।
आखिर क्यों पहुंचे राहुल गांधी सिद्धू मूसेवाला के घर ?
‘राफा पर सभी की निगाहें’ नामक तस्वीर हो रही है सोशल मीडिया पर वायरल। आखिर क्या है इसका मतलब जानिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मुजरा’ बयान ने विवाद उत्पन्न किया है, ‘चिंतित’ विपक्ष ने कहा ‘शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले’।
जनसभा में बोले पीएम मोदी ” शहजादों का शटर गिरने वाला है, बंद होने वाली है दुकाने”
पीएम मोदी के कार्यक्रम में किच्छा के युवक को किया गया नोमिनेट
सुप्रीम कोर्ट की फटकार : हरक सिंह रावत और किशन चंद को कॉर्बेट नेश्नल पार्क मामले में नोटिस

कांग्रेस छोड़कर जाने वालो को क्या मिला, भाजपा ने छांटकर खांटी भाजपाई को मुख्यमंत्री बनाया – हरीश रावत

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपनी फेसबुक पोस्ट के ज़रिये कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने वाले बागियों पर निशाना साधा है. बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा की जो लोग धन अथवा दवाब में भाजपा में गये वो अब वापस लौटने को आतुर हैं. क्योंकी उन्हें लगता था की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर हरीश रावत जमकर बैठा हुआ है अब भाजपा ने उन्हें दरकिनार करते हुए पुराने भाजपाई को सीएम बना दिया.

आपको बताते चलें की पिछले काफी दिनों से दोनों पार्टियों में कार्यकर्त्ता इधर से उधर होने की कवायद जारी है. वर्तमान सरकार से नाराज़ रहे हरक सिंह रावत की दिल्ली बैठक को लेकर काफी अटकलें लगायी जा रही हैं. आइसे पढ़ते हैं की आखिर हरदा ने अपनी फेसबुक वाल पर ऐसा क्या लिख दिया जो चर्चा का विषय बना हुआ है.

2016 में कितने लोग सरकार गिराने में सम्मिलित थे! यदि उनका विश्लेषण करिए तो कुछ लोग #भाजपा में मुख्यमंत्री बनने की बड़ी संभावना लेकर के गये, क्योंकि कांग्रेस में उनको हरीश रावत जमकर के बैठा हुआ दिखाई दे रहा था।

उन्हें मालूम था कि यदि कांग्रेस जीतेगी फिर हरीश रावत ही मुख्यमंत्री बनेगा तो वो मुख्यमंत्री पद की भाजपा में संभावना देखकर, क्योंकि उन्हें लगता था कि वहां कोई काबिल व्यक्ति नहीं है और कुछ लोग धन के लोभ में गये, कुछ लोग धन और दबाव में गये, जो लोग दबाव और धन दोनों में गये उनसे मेरा कोई गिला नहीं है। मगर एक बात मैं अवश्य कहना चाहता हूंँ कि ये लोग जो बार-बार मुझको कोसते हैं, जरा अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में देख लें, जितने भी विकास के कार्य जिनके कारण वो अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में सर उठाकर के खड़े हो पाते हैं, वो सब वही हैं जो हरीश रावत के कार्यकाल में स्वीकृत हुये और बने।

आज उनका मतदाता उनसे कह रहा है कि महाराज ये तो सब उस काल के हैं, जब आपने दल नहीं बदला था और दल बदलने के बाद हमने आपको विकास पुरुष समझकर नवाजा, मगर महाराज विकास कहां चला गया? आज दोनों प्रकार के लोगों में बेचैनी है, जिनको अपने क्षेत्र में विकास नहीं दिखाई दे रहा है, केवल सवाल उठते दिखाई दे रहे हैं और दूसरे वो लोग हैं जो मुख्यमंत्री पद की संभावना लेकर के आए थे, मगर भाजपा ने उनके लिए अंगूरों को खट्टा बना दिया। उन्होंने खांटी के भाजपाई को छांटकर के ही मुख्यमंत्री बनाया, तो आज फिर अपना पुराना DNA तलाश करते हुए वो कांग्रेस में आने को उत्सुक हैं। मगर #लोकतंत्र व उत्तराखंड के अपराधी हैं, तो आप विचार करें कि ऐसे लोगों के साथ क्या सलूक होना चाहिये?
“जय उत्तराखंड – जय उत्तराखंडियत”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top