
हमास ने अपने लगभग 7 हज़ार सदस्यों को ग़ज़ा में दोबारा तैनात किया है. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक़, इसका मक़सद उन इलाक़ों पर फिर से नियंत्रण हासिल करना है, जहां हाल ही में इसराइली सेना पीछे हटी है.
साथ ही हमास ने पांच नए गवर्नरों की नियुक्ति भी की है, जो सभी सैन्य बैकग्राउंड से हैं. इनमें से कुछ पहले हमास के सशस्त्र विंग में ब्रिगेड की कमान संभाल चुके हैं.
ख़बरों के मुताबिक़, हमास ने यह आदेश फोन कॉल और टेक्स्ट संदेशों के जरिए जारी किया। संदेश में लड़ाकों को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए और उद्देश्य बताया गया कि यह कदम “ग़ज़ा को अपराधियों और इसराइल के सहयोगियों से मुक्त करने” के लिए उठाया गया है।
रिपोर्टों के अनुसार, हमास के सशस्त्र दस्ते कई इलाक़ों में पहले ही तैनात हो चुके हैं। कुछ लड़ाके सिविल कपड़ों में और कुछ ग़ज़ा पुलिस की नीली वर्दी में देखे गए।
ग़ज़ा सिटी के सबरा इलाके में तनाव उस समय बढ़ गया जब हमास के विशेष दस्ते के दो सदस्य दुग़मश क़बीले के बंदूकधारियों द्वारा गोली मार दिए गए। उनके शव सड़क पर छोड़ दिए गए, जिससे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया और हमास की ओर से बड़ी जवाबी कार्रवाई की आशंका बढ़ गई।
हमास के सदस्य इसके बाद उस इलाके को घेरने लगे, जहाँ लगभग 300 दुग़मश बंदूकधारी मशीनगनों और विस्फोटकों से लैस होकर छिपे हुए बताए जा रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर, मिस्र के राष्ट्रपति कार्यालय ने पुष्टि की है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित 20 अन्य नेता सोमवार को मिस्र में ग़ज़ा संघर्ष पर शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।