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यमुनोत्री मार्ग पर तीन दिन में पांच लोगो की हुई हार्ट अटैक से मौत, कार्डिक एम्बुलेंस की कमी है ज़िम्मेदार

अपनी पूर्ण भक्ति भाव से चार धाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं को थोड़े कठिन मार्ग और धाम की दूरी जैसे कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है। यात्रा के दौरान भी मार्ग पर श्रद्धालुओं को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता था लेकिन इस बार सरकार ने लोगो से उनकी यात्रा की सभी कठिनाइयों को खत्म करने का वादा किया था और इसके लिए काफी तैयारियां भी सरकार द्वारा की गई थी। लेकिन अब भी यात्रियों को बहुत समस्याओ का सामना करना पद रहा है, कुछ ऐसी समस्या जिसने सरकार द्वारा की गई तैयारियों पर सवाल खड़ा कर दिया है। बता दें कि केवल तीन दिन के भीतर ही यात्रा के दौरान पांच लोगो की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है। ऐसे हालातों में कार्डिक एम्बुलेंस की मदद से मरीज़ों की जान बचाई जाती है जो फिलहाल यमुनोत्री मार्ग पर मौजूद नहीं है जिस कारण से मौके पर अ=लोगो की जान नहीं बचाई जा सकी।

इसे सरकार की बहुत बड़ी लापरवाही समझी जा सकती है क्योंकि सरकार द्वारा बाकि तैयारियो के बीच इतनी बड़ी चूक और कुछ नहीं केवल सरकार की ज़िम्मेदारी में चूक है। सरकार चारधाम तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है। जनपद उत्तरकाशी की कार्डिक एंबुलेंस बीते दो वर्षों से दून मेडिकल कालेज में सेवाएं दे रही है, जबकि यहां तीर्थयात्री हार्ट अटैक से जान गंवा रहे हैं। वर्ष 2019 में उत्तरकाशी को कार्डिक एंबुलेंस उपलब्ध कराई गई थी। उक्त एंबुलेंस कुछ समय तक सीएचसी चिन्यालीसौड़ में तैनात रही, लेकिन जनपद में तकनीकी स्टाफ न होने के कारण इसका प्रयोग नहीं हो पाया। मार्च 2020 में कोरोना काल के दौरान उक्त कार्डिक एंबुलेंस को निदेशालय भेज दिया गया था। हार्ट अटैक आने पर कार्डिक एंबुलेंस में मौजूद उपकरणों की सहायता से मरीज को प्राथमिक उपचार दिया जा सकता है। जनपद के स्वास्थ्य विभाग ने अगस्त 2020 में निदेशालय को पत्र भेज कार्डिक एंबुलेंस वापस उत्तरकाशी भेजे जाने का अनुरोध किया था, लेकिन निदेशालय ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।

जनपद का स्वास्थ्य विभाग कार्डिक एंबुलेंस को वापस मंगाए जाने के लिए निदेशालय से गुहार भी लगा चुका है। बावजूद इसके कार्डिक एंबुलेंस को वापस नहीं भेजा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यदि एंबुलेंस मिल जाती है, तो इसे यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर तैनात किया जाएगा। वहीं उत्तरकाशी डीएम का कहना है कि उत्तरकाशी के लिए आवंटित कार्डिक एंबुलेंस को वापस मंगाए जाने के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। उम्मीद है कि उक्त एंबुलेंस जनपद को मिल जाएगी।

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