
उत्तराखंड में टैक्स वसूली व्यवस्था को अब और अधिक स्मार्ट और पारदर्शी बनाने की तैयारी चल रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक को कर प्रणाली में शामिल करने की योजना बनाई है।
राज्य कर विभाग के 12 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को शासन से सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है। यह कदम SGST (राज्य वस्तु एवं सेवा कर) और VAT (वैल्यू ऐडेड टैक्स) दोनों की वसूली को और प्रभावी बनाएगा।
अब टैक्स वसूली में होगी तकनीक की पैनी नजर
अपर आयुक्त आईएस बृजवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर टैक्स सिस्टम को आधुनिक रूप दिया जा रहा है। पहले भी टेक्नोलॉजी का प्रयोग होता था, लेकिन अब AI आधारित सिस्टम कर चूक और टैक्स चोरी को और सटीक तरीके से पकड़ने में मदद करेगा।
वित्तीय वर्ष की अच्छी शुरुआत
साल 2025-26 के पहले तीन महीनों में ही टैक्स वसूली ने रफ्तार पकड़ ली है:
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SGST से 2,457 करोड़ रुपये जुटाए गए (वार्षिक लक्ष्य का 22%)
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VAT से 658 करोड़ रुपये वसूले (लक्ष्य का 26%)
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कुल मिलाकर 23% टैक्स वसूला जा चुका है
13,722 करोड़ का सालाना लक्ष्य
वित्त वर्ष 2025-26 में राज्य कर विभाग ने कुल 13,722 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा है:
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SGST – 11,221 करोड़ रुपये
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VAT – 2,501 करोड़ रुपये
पिछले वर्ष 12,703 करोड़ रुपये के लक्ष्य में विभाग ने 93% सफलता पाई थी, जिसमें VAT वसूली 102% रही थी।
मुख्यमंत्री का फोकस – पारदर्शिता और जनहित
सीएम धामी ने कहा कि,
“राज्य के राजस्व को बढ़ाने और उसे जनकल्याणकारी कार्यों में लगाने के लिए टैक्स वसूली व्यवस्था को तकनीकी रूप से सशक्त किया जा रहा है।”