भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक युवती ने पुलिस की वर्दी पहनकर नकली एडिशनल एसपी का रुतबा हासिल करने की कोशिश की। यह मामला तब सामने आया जब वह टीटी नगर थाने में पहुंची और पुलिस अधिकारियों पर अपनी ओहदे की धौंस झाड़ने लगी। इस दौरान थाने के इंचार्ज ने उसे सैल्यूट किया, लेकिन एक छोटी सी गलती से उसकी असलियत उजागर हो गई। आइए जानते हैं कि यह मामला कैसे सामने आया और इस युवती की यह करतूत किस तरह पुलिस के शिकंजे में आई।
नकली पुलिस अधिकारी की पहचान
युवती ने खुद को शिवानी चौहान बताते हुए दावा किया कि वह 2018 बैच की एडिशनल एसपी है। हालांकि, थाने के अधिकारियों ने तुरंत ही उसकी बातों में खोट पाया। दरअसल, 2018 बैच के अधिकारियों का अभी प्रमोशन नहीं हुआ है, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि युवती फर्जी है।
थाने में हड़कंप
जब युवती थाने में पहुंची, तो उसने अपने आप को एक उच्च अधिकारी की तरह पेश किया। उसने हेड कॉन्स्टेबल से लेकर अन्य पुलिसकर्मियों पर रौब झाड़ने की कोशिश की। उसकी इस हरकत ने थाने में मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को चौंका दिया। थाने के टीआई और एसीपी ने भी उसे सैल्यूट किया, जो उस समय की स्थिति को और भी हास्यास्पद बना रहा।
कैसे हुई गिरफ्तारी
युवती की गिरफ्तारी का कारण उसकी एक गलती बनी। जब पुलिस ने उससे कुछ सवाल किए, तो उसने अपने बैच के बारे में गलत जानकारी दी। इस पर पुलिस को संदेह हुआ और उन्होंने उसकी पहचान की जांच की। जांच में पता चला कि वह वास्तव में पुलिस की अधिकारी नहीं है।
फर्जी कहानी का खुलासा
गिरफ्तारी के बाद, शिवानी ने पुलिस को बताया कि उसने यह सब अपनी मां की बीमारियों के चलते किया था। उसने कहा कि उसकी मां की तबीयत खराब थी और वह उन्हें खुश करने के लिए पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी की फर्जी कहानी बना रही थी।
पुलिस की वर्दी का इंतजाम
शिवानी ने बताया कि उसने इंदौर में पुलिस कैंटीन के सामने स्थित एक स्टोर से पुलिस की वर्दी, बेल्ट और जूते खरीदे थे। उसने वर्दी पर लगे बैज भी वहीं से बनवाए थे। इसके अलावा, उसने यूट्यूब पर देखकर एडिशनल एसपी की वर्दी कैसे होती है, यह भी सीखा। इस तरह उसने एक अद्भुत तरीके से अपनी फर्जी पहचान बनाई।
समाज में प्रभाव
यह मामला न केवल भोपाल पुलिस के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है। इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए कानून को भी नहीं बख्शते। यह घटना यह भी बताती है कि समाज में कुछ लोग अपनी पहचान को लेकर कितने संवेदनशील हो सकते हैं, और वे किसी भी हद तक जा सकते हैं।
पुलिस प्रशासन की प्रतिक्रिया
भोपाल पुलिस ने इस मामले पर गंभीरता से कार्रवाई की है। पुलिस प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की पहचान की जांच करने के लिए कहा है।