देहरादून – इस समय उत्तराखंड अंकिता हत्याकांड को लेकर उबाल में है. ऐसा कम ही देखने को मिलता है जब बिना किसी राजनीतिक पार्टी के संरक्षण में प्रदेश की सिविल सोसाइटी मुखर होकर किसी मुद्दे पर एक साथ आई है.
आपको बतातें चलें की पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्या के बेटे पुलकित आर्या के रिसोर्ट में रिसेप्शनिस्ट का कार्य करने वाली 19 वर्षीय अंकिता पांच दिनों से लापता थी जिसे लेकर सोशल मीडिया पर आवाज़ उठायी गयी और उसके बाद जो हुआ वो हम सब ने अपनी आँखों से देखा.
शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद अंकिता की डेड बॉडी परिजनों को सौंपी गई। लेकिन, परिजनों ने अब अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया है। परिजनों ने प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी सरकार पर अविश्वास जताते हुए अंकिता की दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की है।
ऋषिकेश एम्स में शनिवार को अंकिता के शव का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया था। इसमें अंकिता के मौत का कारण पानी में दम घुटना बताया गया है। साथ ही, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंकिता के शरीर पर चोट के निशान भी दिखने की बात कही गई। हालांकि, परिवारजनों ने अंकिता के पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर अविश्वास जता दिया है। सरकार से इंसाफ की गुहार लगाई जा रही है।