
एयर इंडिया की इंटरनेशनल फ्लाइट एक बार फिर तकनीकी खामी के चलते चर्चा में आ गई है। हांगकांग से दिल्ली आ रही फ्लाइट AI315 को इंजन में आई तकनीकी दिक्कत के चलते बीच रास्ते से वापस हांगकांग लौटना पड़ा। पायलट ने उड़ान के दौरान इंजन में खराबी महसूस की और सावधानी बरतते हुए एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क कर विमान को सुरक्षित तरीके से वापसी करवा दी।
यह विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था, जो हाल ही में अहमदाबाद में हुए बड़े हादसे में भी शामिल मॉडल था।
अहमदाबाद हादसे ने देश को झकझोरा
12 जून को एयर इंडिया की एक इंटरनेशनल फ्लाइट अहमदाबाद से उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। लंदन जाने वाला यह विमान उड़ान के कुछ ही सेकेंड में पास की एक मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकरा गया। इसमें 242 लोग सवार थे। हादसे में विमान में मौजूद यात्रियों और इमारत में मौजूद लोगों समेत कुल 297 लोगों की मौत हो गई। पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस दुखद घटना में शामिल थे।
ड्रीमलाइनर की तकनीक पर उठे सवाल
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर को लंबी दूरी की उड़ानों के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह विमान कम ईंधन खर्च करता है और इसमें दो शक्तिशाली इंजन होते हैं। इसकी बनावट में लगभग 50 प्रतिशत हल्की मिश्रित सामग्री का प्रयोग किया गया है जिससे यह ज्यादा कुशल और हल्का होता है। यह विमान एक बार में करीब 8,500 समुद्री मील की दूरी तय कर सकता है।
इसमें दो क्लास कॉन्फिगरेशन है — 18 सीटें बिजनेस क्लास में और 238 सीटें इकोनॉमी क्लास में होती हैं।
लेकिन लगातार दो घटनाओं के सामने आने के बाद, अब एयर इंडिया की संचालन प्रणाली और विमानों की सेफ्टी चेक प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं। अहमदाबाद हादसे के बाद ही विमानों की विशेष जांच कराई गई थी, इसके बावजूद अब एक और तकनीकी समस्या सामने आना गंभीर चिंता का विषय है।