मंगलवार को उत्तर प्रदेश बोर्ड के 10वीं एवं 12वीं परीक्षाओं का परिणाम घोषित कर दिया गया है। इस परीक्षा परिणाम में जहां अधिकांश छात्र छात्राओं को बेहद अच्छी सफलता मिली है वहीं राज्य के अमेठी जिले से एक ऐसी हैरतअंगेज खबर सामने आ रही है जिसे सुनकर हर कोई हैरान हैं। जी हां.. यहां नब्बे फीसदी से ज्यादा अंक लाने के बावजूद भी कुछ छात्र छात्राएं फेल हो गए हैं। यूपी बोर्ड के इस हैरतअंगेज करतब से न केवल प्रभावित छात्र छात्राएं मायूस हैं बल्कि यह खबर पूरे क्षेत्र में भी चर्चाओं का हिस्सा बनी हुई है।
दरअसल यह पूरा मामला अमेठी के श्री शिव प्रताप इंटरमीडिएट कॉलेज का है, जहां 10वीं कक्षा की छात्रा भावना वर्मा को वैसे तो 96 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं परन्तु रिजल्ट में उसे फेल घोषित किया गया है। भावना के साथ ही इसी स्कूल के पांच अन्य छात्र छात्राएं भी अच्छे अंक लाने के बावजूद उत्तीर्ण नहीं हो सके हैं। बताया जा रहा है कि यह सभी बच्चे थ्योरी में तो अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हुए हैं परंतु प्रयोगात्मक परीक्षा (प्रेक्टिकल) में बेहद कम अंक मिलने के कारण फेल हो जाने से उनका परिणाम भी फेल दिखा रहा है।
इस संबंध में इन सभी छात्र छात्राओं का कहना है कि उन्होंने पूरे मनोयोग से बेहद अच्छी तरह से परीक्षा दी थी, जिसका ही परिणाम है कि उन्हें अच्छे अंक भी मिले हैं बावजूद इसके फेल होने से वह खुद भी हैरान और परेशान हैं। बच्चों ने बताया कि ऐसा प्रेक्टिकल में बेहद कम नंबर मिलने से हुआ है। इस घटना से विद्यालय प्रबंधन भी चिंतित हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य नवल किशोर का कहना है कि सभी बच्चों को प्रेक्टिकल परीक्षा में मानकों के अनुरूप बेहद अच्छे अंक दिए गए थे, भावना को सभी विषय में 30-30 अंक दिए गए थे परंतु परीक्षाफल में उसे महज सभी विषय में 3-3 अंक मिलना ही प्रदर्शित हो रहा है। इस कारण भावना सहित इन सभी बच्चों का परिणाम फेल नजर आ रहा है।