भारत में गर्मी की शुरुआत हो चुकी है। इस भयंकर गर्मी में एसी चलाना जरूरी हो जाता है। लेकिन एसी चलाने से आने वाला बिजली बिल आपका मंथली बजट बिगाड़ सकता है। इस स्थिति के लिए सोलर एसी एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है। सोलर एसी में एक रुपये भी बिजली बिल नहीं आता है। साथ ही गर्मी में बिजली जाने और लो वोल्टेज की समस्या से भी सोलर एसी निजाद दिला सकता है।
अगर सोलर एसी की टाइप की बात करें, तो मार्केट में 0.8 टन, 1 टन और 1.5 टन से लेकर 2 टन के एसी मौजूद हैं। यूजर्स चाहें, तो विंडो और स्पिलिट में से भी किसी एक सोलर एसी का चुनाव कर सकते हैं। सोलर एसी को ऑनलाइन ई-कॉमर्स स्टोर से भी खरीदा जा सकता है।
अगर आप बिजली के चलने वाले एसी को रोजाना 14 से 15 घंटे चलाते हैं, तो आपका रोजाना एसी का बिजली खर्च करीब 20 यूनिट होगा और एक माह में करीब 600 यूनिट खर्च होगी। अगर बिजली का चार्ज 8 रुपये प्रति यूनिट है, तो एसी चलाने का आपका मंथली खर्च 4800 रुपये होगा। जबकि दूसरी तरफ नॉर्मल एसी चलाने पर करीब जीरो रुपये बिजली बिल आता है। इस तरह सोलर एसी लगाने पर हर माह 4800 रुपये की बचत होगी।
मेंटीनेंस खर्च होगा कम
बता दें कि सोलर एसी चलाने का मेंटीनेंस खर्च कम होता है। सोलर एसी पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होता है। हालांकि सोलर एसी में सोलर पैनल और बैटरी रिप्लेसमेंट का खर्च आता है। हालांकि यह खर्च 5 से 25 साल का होता है।
सोलर एसी के कीमत की बात करें, तो 1 टन वाले सोलर एसी की कीमत 1 लाख रुपये तक हो सकती है। वही 1.5 टन वाला सोलर एसी करीब 2 लाख रुपये आएगा। सोलर एसी एक वन टाइम खर्च है, जिसे लगाकर 25 साल तक बिजली खर्च से मुक्ति मिल सकती है।