उर्गम घाटी में निर्माणाधीन उर्गम-पल्ला जखोला मोटर मार्ग पर शुक्रवार को पल्ला गांव के समीप मैक्स करीब 500 मीटर गहरी खाई में गिर गई। इसमें सवार 21 लोगों में 12 की मौत हो गई जबकि चार घायल हो गए। एक व्यक्ति हादसे से ऐन पहले उतर गया था जबकि मैक्स की छत में बैठे दो मजदूर और दो स्थानीय लोग खाई में गिरने से पहले कूद गए जिससे उनकी जान बच गई।
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार दोपहर एक मैक्स जोशीमठ से सवारियों को लेकर किमाणा गांव जा रही थी। करीब 3:30 बजे पल्ला गांव के समीप खड़ी चढ़ाई पर मैक्स आगे नहीं बढ़ पाई। पीछे सरकते देख उस पर सवार किमाणा गांव का जीतपाल सिंह एक अन्य के साथ उतरा और टायर में पत्थर अड़ाने लगा। बताते हैं कि वाहन ओवर लोड होने के कारण पत्थर पार कर गया और तेजी से नीचे आने लगा। इस दौरान चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया। कुछ ही पलों में मैक्स 500 मीटर नीचे खाई में जा गिरी।
वाहन के परखच्चे उड़ गए। सूचना पर पहुंची एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने रेस्क्यू अभियान चलाया। देर शाम तक 12 लोगों के शव निकाले जा चुके थे। चार घायलों को भी निकाला गया जिन्हें उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उर्गम लाया गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमों के साथ ही स्थानीय लोग देर रात तक बचाव अभियान में जुटे रहे। सूचना पर डीएम हिमांशु खुराना और एसपी प्रमेंद्र डोबाल भी पहुंचे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वाहन दुर्घटना की मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना से फोन पर दुर्घटना के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने डीएम को तेजी से राहत एवं बचाव कार्य करने के निर्देश दिए। सीएम को बताया गया कि पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल सहित एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस व प्रशासन की टीम घटना स्थल पर रेस्क्यू में जुटी है।