
चेन्नई। मध्य प्रदेश पुलिस की सात सदस्यीय टीम ने श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के मालिक जी रंगनाथन को चेन्नई से गिरफ्तार किया है। रंगनाथन की कंपनी द्वारा निर्मित कोल्ड्रिफ कफ सिरप में जहरीला तत्व मिलने के कारण मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में अब तक 21 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि कई बच्चे अभी भी जीवन-मृत्यु की जंग लड़ रहे हैं। लगभग 15 बच्चे महाराष्ट्र के नागपुर में किडनी फेल होने के बाद भर्ती हैं।
गिरफ्तारी और ट्रांजिट रिमांड की मांग
जी रंगनाथन पर गैर इरादतन हत्या, बच्चों की सुरक्षा को खतरे में डालने और दवाओं में मिलावट का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस उन्हें छिंदवाड़ा ले जाने के लिए ट्रांजिट रिमांड की मांग कर रही है। गिरफ्तारी में मदद करने वाले को 20,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा के बाद यह कार्रवाई हुई।
पुलिस की तलाश
रंगनाथन 5 अक्टूबर से पुलिस की रडार पर थे। पहले तमिलनाडु में उन्हें पकड़ने का प्रयास असफल रहा। मध्य प्रदेश की टीम ने आज चेन्नई से गिरफ्तार कर आगे की जांच के लिए उन्हें कांचीपुरम ले जाने का प्रबंध किया, जहां कंपनी का कारखाना स्थित है।
जी रंगनाथन का परिचय और करियर
73 वर्षीय रंगनाथन चेन्नई स्थित श्रीसन फार्मा के मालिक हैं। मद्रास मेडिकल कॉलेज से फार्मेसी में स्नातक, रंगनाथन ने चार दशक से अधिक समय तक दवा उद्योग में काम किया। उन्होंने 1980 के दशक की शुरुआत में प्रोनिट सिरप के जरिए पहचान बनाई, जिसे उन्होंने डॉक्टरों को प्रचारित किया और गर्भवती महिलाओं के लिए लाभ बताए।
कोल्ड्रिफ कफ सिरप में जानलेवा तत्व
जांच में पता चला कि कोल्ड्रिफ कफ सिरप (बैच SR-13, मई 2025) में 48.6% डायथिलीन ग्लाइकॉल पाया गया। यह जहरीला रसायन, जो सामान्यतः एंटीफ्रीज और ब्रेक द्रव में उपयोग होता है, निगलने पर तीव्र गुर्दे की विफलता और मृत्यु का कारण बन सकता है।
कारखाना और कार्यालय की हालात
चेन्नई-बेंगलुरु राजमार्ग पर स्थित 2,000 वर्ग फुट की विनिर्माण इकाई को सील कर दिया गया है। कोडम्बक्कम स्थित पंजीकृत कार्यालय भी बंद है। पड़ोसियों के अनुसार, कार्यालय हाल ही में खाली किया गया और कर्मचारी रात में उपकरण और कंप्यूटर ले जा रहे थे।