
पिछले कुछ वर्षों में कोरोनावायरस, निपाह और इबोला जैसी संक्रामक बीमारियों ने दुनिया की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गहरा असर डाला है। अब एक बार फिर खतरे की घंटी एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1 वायरस) को लेकर बज रही है।
उत्तराखंड के दो जिलों में फैला संक्रमण
ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, उधम सिंह नगर और बागेश्वर जिलों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं। बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में किए गए परीक्षण में H5N1 वायरस की पुष्टि हुई है। प्रभावित पोल्ट्री फार्मों में हजारों मुर्गियों की मौत ने प्रशासन को अलर्ट कर दिया है।
प्रभावित क्षेत्रों के एक किलोमीटर दायरे को सील कर दिया गया है और अन्य पोल्ट्री फार्मों से भी सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। लोगों को साफ-सफाई और संक्रमण से बचाव के लिए विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
दुनिया में लगातार बढ़ रहा खतरा
विशेषज्ञ बताते हैं कि बर्ड फ्लू सिर्फ मुर्गियों या पक्षियों तक सीमित नहीं रहा। हाल के वर्षों में इसके मामले इंसानों, गायों और यहां तक कि चूहों में भी मिले हैं। जुलाई में कंबोडिया में इंसानों में संक्रमण देखा गया था, जबकि अमेरिका और ब्रिटेन से भी कई मामले सामने आते रहे हैं।
भारत में भी इस साल फरवरी में महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में मुर्गियों की मौत के बाद H5N1 वायरस की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद प्रभावित इलाकों को ‘अलर्ट जोन’ घोषित किया गया।
कोविड से 100 गुना ज्यादा संक्रामक?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह वायरस बेहद खतरनाक हो सकता है। कुछ वैज्ञानिकों ने इसे कोविड-19 से 100 गुना अधिक संक्रामक बताया है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि यह इंसानों में फैलना शुरू हो गया तो नई महामारी की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
इंसानों में घातक साबित हो सकता है संक्रमण
आईसीएमआर की एक रिपोर्ट के अनुसार, H5N1 से संक्रमित इंसानों की मृत्यु दर 50% से अधिक हो सकती है। हालांकि इंसानों में संक्रमण अभी तक दुर्लभ है और अधिकतर मामले सीधे संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से ही हुए हैं।
लक्षणों में तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ और कई अंगों का फेल होना शामिल है। इस वायरस के लिए अभी तक कोई मान्यताप्राप्त वैक्सीन या विशेष उपचार उपलब्ध नहीं है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। लोगों को संक्रमित पक्षियों और पोल्ट्री उत्पादों से दूरी बनाकर रहने की सलाह दी जा रही है।