राजनीतिक अखाड़े की मिट्टी इतनी ज्यादा चिकनी हो चुकी है कि कौन कब किस पाले में फिसल जा रहा है, कुछ पता नहीं चलता। हर कुछ घंटे बाद किसने किसी के पार्टी में जाने या आने की खबरें सामने आ रही है।
जैसे अभी तक हरक सिंह रावत के कांग्रेस में जाने की खबरें चर्चा में थी लेकिन अभी तक उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता औपचारिक तौर पर ग्रहण नहीं की है।
वहीं एक बहुत चौंकाने वाली खबर सामने आई है जो कि कांग्रेस के लिए काफी बड़ा झटका साबित हो सकती है। कांग्रेस महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष तथा नैनीताल से पूर्व विधायक रहीं सरिता आर्य ने भाजपा ज्वॉइन कर ली है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने उन्हें सोमवार को देहरादून में पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौजूद थे। सरीता आर्या को हरक सिंह रावत के बदले के तौर पर देखा जा रहा है, जिससे कि कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा रहे। वहीं कांग्रेस ने इस मामले पर कार्यवाही करते हुए सरिता आर्या को छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। सरिता आर्य के साथ-साथ कांग्रेस महिला प्रदेश उपाध्यक्ष रेखा बोहरा और वंदना गुप्ता भी भाजपा में शामिल हो गई है।
आपको बताते चलें कि शनिवार को जब सरिता से यह पूछा गया था कि भाजपा नेताओं से मुलाकात के बाद उनका क्या नजरिया है तो उन्होंने कहा था अभी तो कांग्रेस में हूँ, आगे का पता नहीं। उसके बाद आज यह खबर सामने आई है कि सरिता आर्या ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
वही सहित आर्य का कहना है कि भाजपा में जाने की संभावनाओं के पूछने पर उत्तराखंड में 40 नहीं तो कम से कम 20% महिलाओं को टिकट मिलना चाहिए। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते पार्टी से तमाम महिलाओं के हकों की आवाज उठाना उनकी जिम्मेदारी है, लेकिन वह यह पूछ रही है कि जब आपका ही टिकट पक्का नहीं है तो आप हमारी आवाज कैसे उठाएगी? सरिता ने कहा कि यह मेरे को बहुत बड़ा प्रश्नचिन्ह लग गया था। पार्टी में हमारी अनदेखी की जा रही है। यह महिलाओं की बात नहीं सुनी जाती। ऐसे में अपने हितों के बारे में भी सोचना पड़ेगा। पार्टी में कई महिला कार्यकर्ता 20 से 30 सालों से जुड़ी है। हमारे पास और भी विकल्प मौजूद हैं। अब मैं भी कब तक इसको रोक सकती हूँ? अगर भाजपा मुझे टिकट देती है तो निश्चित तौर पर भाजपा में चली जाउंगी।