Vijay Kumar Pauri Garhwal: छः वर्ष के मासूम बेटे के सिर से उठा पिता का साया, खबर सुनते ही बेसुध हुई विजय की पत्नी, मां का रो-रोकर बुरा हाल…
समूचे उत्तराखण्ड के लिए एक दुखद खबर सामने आ रही है। बीते छः फरवरी को तुर्की में आए भूकंप के बाद से लापता विजय कुमार गौड़ का शव बरामद कर लिया गया है। तुर्की स्थित भारतीय दूतावास ने इसकी पुष्टि की है। आपको बता दें कि मृतक विजय मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के जयहरीखाल ब्लॉक के दकसुण गांव के रहने वाले थे। वर्तमान में उनका परिवार कोटद्वार के नेगी चौक पदमपुर सुखरो में रहता है।
शनिवार को जैसे ही उनका शव मलबे के ढेर से बरामद हुआ तो दूतावास की ओर से विजय के परिजनों को एक व्यक्ति के शव की फोटो भेजी गई। इस संबंध में विजय के रिश्तेदार विमल ध्यानी ने बताया कि परिजनों ने विजय के हाथ पर ओम गुदा होने से शव की शिनाख्त कर ली है। जिस पर अब विदेश मंत्रालय की ओर से विजय के शव को कोटद्वार लाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
आपको बता दें कि विजय कुमार गौड़ पुत्र स्व. रमेश चंद्र गौड़ बेंगलुरू की ऑक्सीप्लांट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में नौकरी करता थे। वह 22 जनवरी को वह कंपनी के काम से तुर्किये गया था। बीते छः फरवरी की सुबह तुर्की में आए भूकंप के बाद से उनका कोई पता नहीं चल रहा था। जिस पर परिजनों ने शासन प्रशासन से मदद की गुहार लगाई थी। विजय के भाई अरूण ने बताया था कि विजय तुर्की के ‘अवसर’ नामक होटल में ठहरे हुए था। भूकंप से उसका होटल भी ध्वस्त हो गया था।
तुर्की स्थित भारतीय दूतावास से मिल रही जानकारी के मुताबिक काफी खोजबीन के बाद होटल की दूसरी मंजिल में विजय का सामान मिला और ग्राउंड फ्लोर पर मलबे में दबा हुआ उसका शव बरामद हुआ है। ऐसे में आंशका जताई जा रही है कि संभवत: भूकंप आने के बाद वह होटल से बाहर भाग रहा था तभी वह ध्वस्त होते होटल के मलबे में दब गया।