अल्मोड़ा – नशेखोरी में प्रदेश की हालत खस्ता है कितने ही घर परिवार इस नशे की आदत के कारण बर्बाद हो चुकें है, अल्मोड़ा की महिलाओं ने इसे लेकर अलग तरह की तैयारी की है. नशे के खिलाफ युवाओं को भी एकजुट कर काकडी घाट में महापंचायत का आयोजन किया गया। इससे पूर्व 27 जुलाई को मातृशक्ति की अगुवाई में एकता मंच से जुड़े नौजवानों ने नशे के खिलाफ 16 किलोमीटर का जुलूस निकालकर 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था।
गांवों में अवैध शराब की बिक्री होने से कई परिवार बरबाद हो रहे हैं। युवा वर्ग भी नशे की चपेट में आ रहा है। घरों और गांवों में अशांति का माहौल रहता है। उसको लेकर आबकारी विभाग और प्रशासन को कई बार अवगत करा दिया गया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इस कारण ग्रामीणों और महिलाओं को सड़क पर उतरना पड़ रहा है। कहा कि चेतावनी रैली निकालकर शराब तस्करों को चेताया जा रहा है। अगर कोई व्यक्ति शराब बेचते पकड़ा गया तो क्षेत्र में उसके पोस्टर चस्पा किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि संगठन अवैध शराब बेचने वालों के मुंह पर कालिख पोतने से भी पीछे नहीं हटेगा। ग्रामीणों का जुलूस शीतलाखेत से 21 दूर काकड़ीघाट पहुंचकर समाप्त हुआ।
पहाड़ के छोटे-छोटे गांव में अवैध शराब की बिक्री धीरे-धीरे नशे के अड्डे में तब्दील हो गई है। हालात बेकाबू होते देख अब महिलाओं ने नशे को जड़ से उखाड़ने का संकल्प लिया है। रविवार को 10 से ज्यादा गांव की महिलाओं ने शीतला खेत से विभिन्न गांव को होते हुए जुलूस निकाला और शाम को काकडी घाट में महापंचायत में निर्णय लिया किस चोरी छुपे शराब बेचने वालों को बिच्छू घास से सबक सिखाया जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि तल्ला तिख़ून व कण्डारखुआं छोटी-छोटी दुकानें शराब का अड्डा बन चुकी है लिहाजा अब अवैध शराब बेचने वालों को शिशौण यानी बिच्छू घास लगाकर सबक सिखाया जाएगा।