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किच्छा में कांग्रेसियों की गुटबंदी आई सामने, बैठक में हुई गाली गलौच और धक्का मुक्की

किच्छा, उधम सिंह नगर – स्थानीय प्रत्याक्षी को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की आपसी कलह अब खुलकर सामने आ गयी है. कांग्रेस आईटी सेल के स्टेट कोऑर्डिनेटर के सामने स्थनीय कार्यकर्ताओं के दो गुटों में जमकर गाली गलौच तथा धक्का मुक्की हुई. हंगामे को वहां मौजूद लोगो ने किसी तरह शांत कराया.

गौरतलब है की पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के किच्छा विधान सभा से चुनाव लड़ने को लेकर एक गुट पहले भी खिलाफ रहा है तथा उसका कहना है की किच्छा विधान सभा का प्रत्याक्षी भी स्थनीय ही होना चाहिए लेकिन कोऑर्डिनेटर के सामने हो रही बैठक में कांग्रेसियों की इस आंतरिक कलह ने गाली गलौच का रूप ले लिया जिससे दोनों गुटों के समर्थक धक्का मुक्की पर उतर आये.

बुधवार को महाराजा अग्रसेन ट्रस्ट में कांग्रेस एआईसीसी के द्वारा भेजे गए पर्यवेक्षक आईटी सेल के उत्तराखंड प्रभारी अभिजीत प्रताप सिंह, विधानसभा प्रभारी सुहेल सिद्दिकी नगर कांग्रेस की मीटिंग ले रहे थे।

इसी दौरान कांग्रेस प्रदेश महासचिव हरीश पनेरू ने किच्छा विधानसभा में बाहरी प्रत्याशी के चुनाव लड़ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पिछले दस साल से स्थानीय स्तर पर जनता की लड़ाई लड़ी है, उनको टिकट मिलना चाहिए। इस पर तिलकराज बेहड़ गुट के समर्थक एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता केवल हुड़िया ने कहा कि टिकट मांगने का अधिकार प्रत्येक कार्यकर्ता को है। इसलिए इसका निर्णय शीर्ष नेतृत्व पर छोड़ देना चाहिए। देखते ही देखते बैठक का माहौल गर्म हो गया। जिसके बाद हरीश पनेरू एवं बेहड़ समर्थक आमने-सामने आ गये। देखते ही देखते दोनों के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप गाली-गलौज और धक्का-मुक्की में बदल गए। जिसके बाद बैठक में मौजूद लोगों ने दोनों के विवाद को बीच-बचाव कर थामा।

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