भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत की कार का शुक्रवार को एक्सीडेंट हो गया. पंत का यह एक्सीडेंट रूड़की के पास मोहम्मदपुर जाट एरिया में हुआ. इस हादसे के बाद एक बस ड्राइवर ने मसीहा बनकर ऋषभ पंत की जान बचाई. ड्राइवर ने सबसे पहले बस रोककर ऋषभ पंत को कार से दूर किया. इसके बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया. अब उत्तराखंड सरकार ड्राइवर सुशील को पुरस्कृत करेगी.
क्रिकेटर ऋषभ पंत (Cricketer Rishabh Pant) की कार दुर्घटना के वक्त उनकी जान बचाने वाले बस ड्राइवर और कंडक्टर को पानीपत बस डिपो ने सम्मानित किया गया है। वहीं, इनके बहादुरी पूर्ण कामों को देखते हुए उम्मीद है कि हरियाणा सरकार भी इन्हें सम्मानित करेगी। उधर उत्तराखंड के डीजीपी ने भी इन दोनों के साथ-साथ मदद करने वाले तीन दिहाड़ी मजदूरों को भी सम्मानित करने की घोषणा की है।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि ऋषभ पंत की मदद करने वाले लोगों को सरकार सम्मानित करेगी। उन्होंने कहा कि इन लोगों को भारत सरकार की गुड सेमेरिटन योजना के तहत पुरस्कृत किया जाएगा। जिन लोगों ने ऋषभ पंत की मदद की थी, उनमें हरियाणा रोजवेड के ड्राइवर सुशील कुमार, कंडक्टर परमजीत और कुछ स्थानीय लोग थे। स्थानीय लोगों में तीन दिहाड़ी मजदूर भी थे।
उधर हरियाणा के पानीपत बस डिपो के जेनरल मैनेजर के जांगड़ा ने कहा कि बस चालक सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत ने गुरुकुल नारसन के पास डिवाइडर पर एक अनियंत्रित कार की टक्कर देखी। इसके बाद वे भागकर वहाँ पहुँचे और उसमें फँसे हुए यात्री की मदद कर उसे बाहर निकाला। उसके बाद एंबुलेंस को बुलाकर उन्हें अस्पताल भेजवाया था।