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किच्छा का होगा कायाकल्प – 1000 एकड़ भूमि पर बनेगा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, 20 हज़ार नौकरियों का खुलेगा पिटारा

उत्तराखंड न्यूज़ एक्सप्रेस – उत्तराखंड धीरे धीरे विकास की पटरी पर उतरने लगा है लेकिन पलायन की समस्या जस की तस खड़ी है ऐसे में अगर प्रदेश में ही युवाओं को रोज़गार उपलब्ध होने का अवसर मिल जाए तो काफी हद तक यह समस्या भी दूर हो सकती है. बेरोज़गार युवाओं तथा प्रदेश में विकास की आस देख रहे प्रदेश वासियों के लिए एक अच्छी खबर आ रही है. भारत सरकार ने उत्तराखंड राज्य को एक बड़ी सौगात दी है दरअसल उत्तराखंड के किच्छा में करीब 1000 एकड़ भूमि पर अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर प्रोजेक्ट विकसित किया जाएगा जिसको लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय औद्योगिक कॉरिडोर विकास और कार्यान्वयन ट्रस्ट की शीर्ष मॉनिटरिंग अथॉरिटी की दूसरी बैठक में यह निर्णय लिया गया

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिभाग किया वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना में करीब 7500 करोड़ रुपए का प्रत्यक्ष निवेश के साथ ही युवाओं के लिए करीब 20 हजार नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे साथ ही कहा कि राज्य सरकार इस प्रोजेक्ट को आर्थिक केन्द्र बनाते हुए करीब तीन हजार एकड़ भूमि पर ग्रीन फील्ड सिटी बनाने की परियोजना पर भी कार्य कर रही है हालांकि वर्तमान समय में इस क्षेत्र में एम्स का सैटेलाइट सेंटर किच्छा डिग्री कॉलेज और बस अड्डा का कार्य शुरू हो चुका है

भारत सरकार ने वाह्य सहायतित योजना के लिए 9900 करोड़ रुपए की सीमा तय कर दी है जिससे उत्तराखंड राज्य में वाह्य सहायतित योजना के तहत संचालित 11 परियोजनाओं पर संकट मंडरा रहा है दरअसल उत्तराखंड राज्य में 20236 करोड़ रुपए की 11 परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं इस मामले पर सीएम धामी ने कहा कि इसके लिए प्रधानमंत्री और नीति आयोग से अनुरोध किया है कि उत्तराखंड जैसे छोटे राज्यों को थोड़ी छूट मिलनी चाहिए क्योंकि उत्तराखंड राज्य विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाला राज्य है जिसके चलते यहां विकास की अत्यधिक आवश्यकता है”

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